सबरीमाला : रविवार को सबरीमाला के लोकप्रिय ‘मकरविलक्कू’ मंदिर के खुलने के साथ ही प्रशासन ने यहां निषेधात्मक आदेश पांच जनवरी तक बढ़ा दिए हैं। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। मौजूदा सीजन के पहले चरण में मंदिर 15 नवंबर को खुला और 27 दिसंबर को बंद हुआ। इस सीजन को ‘मंडला पूजा’ के रूप में जाना जाता है।
केरल के मंदिर शहर में 28 सितंबर के सर्वोच्च न्यायालय के उस फैसले का हिंदू समूहों द्वारा विरोध किया जा रहा है, जिसमें सभी उम्र की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति दी गई है। पहले 10 से 50 वर्ष की आयु वाली महिलाओं के मंदिर में प्रवेश करने पर रोक थी। फैसले के बाद से प्रतिबंधित रह चुके आयु समूह की लगभग तीन दर्जन महिलाओं ने मंदिर जाने वाले मार्ग पर जाने की कोशिश की और असफल रहीं। इन महिलाओं को जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा।
माहौल को शांत करने और तीर्थयात्रियों के लिए सहजता व सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पथनमथिट्टा के जिला अधिकारी सबरीमाला और उसके आसपास के इलाकों में निषेधात्मक आदेशों का विस्तार कर रहे हैं सबरीमाला मंदिर कैलेंडर के हिसाब से सबसे महत्वपूर्ण सीजन ‘मकरविलक्कू’ के लिए यह रविवार शाम पांच बजे फिर से खुलेगा। 14 जनवरी को ‘मकरविलक्कू’ का दिन पड़ने के साथ 20 जनवरी को अंतिम रूप से बंद हो जाएगा।
संयोग से, 14 जनवरी का दिन मंदिर के लिए सबसे महत्वपूर्ण दिन होता है, क्योंकि क्षितिज पर आकाशीय प्रकाश का दर्शन होता है, जिसे शुभ माना जाता है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की अगुवाई वाली लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) सरकार कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के और कई हिंदू समूहों द्वारा विरोध जताने के बावजूद शीर्ष अदालत के फैसले को लागू करने की कोशिश कर रही है।
from Punjab Kesari (पंजाब केसरी) http://bit.ly/2SqKAVr
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