मेलबर्न : भारत ने सात दशक में ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर पहली टेस्ट श्रृंखला जीतने की ओर मजबूत कदम बढ़ाते हुए रविवार को तीसरे क्रिकेट टेस्ट के पांचवें और अंतिम दिन यहां 137 रन की जीत के साथ बोर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने पास बरकरार रखी। भारत ने चार मैचों की श्रृंखला में 2-1 की अजेय बढ़त बना ली है और अगर सिडनी में श्रृंखला बरबार भी हो जाती है तो प्रतिष्ठित बोर्डर गावस्कर ट्राफी भारत के पास बरकरार रहेगी क्योंकि उसने 2017 में दोनों टीमों के बीच पिछली घरेलू श्रृंखला जीती थी।
भारत के 399 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम लंच के बाद के सत्र में 261 रन पर ढेर हो गई। बारिश के कारण सुबह के सत्र में एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी। भारत ने अंतिम दिन सिर्फ 4.3 ओवर में बाकी बचे दो विकेट चटकाकर जीत की औपचारिकता पूरी की। जसप्रीत बुमराह (53 रन पर तीन विकेट) और इशांत शर्मा (40 रन पर दो विकेट) ने अंतिम दिन बाकी बचे दो विकेट चटकाकर भारत को 150वीं टेस्ट जीत दिलाई।
बुमराह ने मैच में 86 रन देकर नौ विकेट चटकाए जिसके लिए उन्हें मैन आफ द मैच चुना गया। रविंद्र जडेजा ने भी 82 रन देकर तीन जबकि मोहम्मद शमी ने 71 रन देकर दो विकेट चटकाए। भारत 150 जीत के आंकड़े को छूने वाला पांचवां देश है। टीम ने अपने 532वें टेस्ट में 150वीं जीत दर्ज की।
भारत के अलावा आस्ट्रेलिया (384), इंग्लैंड (364), वेस्टइंडीज (171) और दक्षिण अफ्रीका (162) यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं। आस्ट्रेलिया की यह टेस्ट क्रिकेट में 222वीं हार है और उससे अधिक हार सिर्फ इंग्लैंड (298) के नाम पर दर्ज हैं। भारत एमसीजी पर 37 बरस बाद जीत दर्ज करने में सफल रहा।
इससे पहले टीम ने 1980-81 में सुनील गावस्कर की अगुआई में ग्रेग चैपल की टीम को एमसीजी पर हराया था। आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे पैट कमिंस ने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेलते हुए 63 रन बनाए। शान मार्श (44), ट्रेविस हेड (34), उस्मान ख्वाजा (33) और टिम पेन (26) अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने में नाकाम रहे।
पुजारा में खेल बदलने का लचीलापन : विराट कोहली
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