नई दिल्ली : बुराड़ी में एक ही परिवार के 11 सदस्यों की मौत के रहस्य से पर्दा उठना, दिल्ली के मुख्य सचिव पर हमला मामले में आरोपपत्र में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नामजद किया जाना, सीबीएसई बोर्ड प्रश्नपत्र लीक मामले को हल करना वर्ष 2018 में दिल्ली के कुछ अहम मामले रहे।
इस साल दिल्ली पुलिस ने सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले में अपनी जांच पूरी की और उनके पति शशि थरुर पर उन्हें आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाते हुए एक अदालत में करीब 3000 पन्नों का आरोपपत्र दायर किया। 17 जनवरी, 2017 को सुनंदा होटल के एक कमरे में मृत मिली थी तब से यह मामला सुर्खियों में रहा और पुलिस जांच को लेकर निशाने पर रही।
आप सरकार और दिल्ली पुलिस के बीच असहज संबंध जारी रहा। पुलिस ने फरवरी में मुख्य सचिव अंशु प्रकाश पर हुए हमले में 11 आप विधायकों के साथ ही केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का नाम भी आरोपपत्र में डाला। आप मंत्रियों ने इसे मोदी सरकार द्वारा दिल्ली सरकार को परेशान करने का एक उदाहरण बताया।
जब नवंबर में एक व्यक्ति ने दिल्ली सचिवालय में केजरीवाल पर मिर्च पाउडर फेंक दिया तब सुरक्षा चूक को लेकर दिल्ली पुलिस एक बार फिर आप सरकार के निशाने पर आयी। दिल्ली विधानसभा ने एक प्रस्ताव पारित कर शहर को ‘राष्ट्रीय अपराध राजघानी’ बताया लेकिन तभी पुलिस ने यह कहते हुए उसे गलत बताया कि 2017 की तुलना में 2018 में हुए जघन्य अपराधों की संख्या अधिक रही।
उमर खालिद हमला मामला विशेष शाखा को सौंपा गया जिसने कहा कि गौरक्षकों ने अगस्त में उस पर हमला किया था। अपराध शाखा को उड़ान एटेंडडेंट आत्महत्या मामले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गयी। उसका परिवार मान रहा था कि स्थानीय पुलिस जांच के काम में पक्षपात कर रही है।
विशेष शाखा ने बिलाल अहमद कावा और अब्दुल सुभान कुरैशी जैसी कुछ बड़ी गिरफ्तारियां कीं। बिलाल पर 2000 में लाल किले पर हुए हमले में शामिल होने का संदेह है। अब्दुल 2008 में गुजरात में हुए सीरियल ब्लास्ट में वांछित था। दक्षिण दिल्ली के छतरपुर में विशेष शाखा के साथ मुठभेड़ में गैंगस्टर राजेश भारती और उसके तीन साथी मारे गये। इस मुठभेड़ में आठ पुलिसकर्मी घायल भी हुए।
बुराड़ी में एक ही परिवार के 11 सदस्यों की मौत के मामले में मनोवैज्ञानिक अंत्य परीक्षण से सामने आया कि उन्होंने आत्महत्या नहीं की बल्कि भगवान को संतुष्ट करने के अनुष्ठान में वे दुर्घटना के शिकार हुए। ऊना के एक शिक्षक द्वारा सीबीएसई की कक्षा बारहवीं के अर्थशास्त्र तथा कक्षा दसवीं के गणित के प्रश्नपत्र लीक करने से लाखों विद्यार्थियों का भाग्य दांव पर लग गया। पुलिस ने इस मामले को संभाला।
महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ते रहे और 30 नवंबर तक बलात्कार के 1983 मामले सामने आए। सुभाषनगर में महज आठ महीने की लड़की के साथ उनके रिश्तेदार द्वारा ही बलात्कार तथा गोल मार्किट में कक्षा दूसरी की छात्रा के साथ इलेक्ट्रिशियन द्वारा बलात्कार जैसी घिनौनी घटनाएं सामने आईं।
जून में सेना के मेजर की पत्नी को एक साथी अफसर ने मार डाला क्योंकि वह उस पर आसक्त था। दिल्ली पुलिस के एक कर्मी के बेटे द्वारा एक महिला के साथ बुरी तरह मारपीट का वीडियो सामने आने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर पुलिस आयुक्त को इस मामले में कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
from Punjab Kesari (पंजाब केसरी) http://bit.ly/2RmHiW5
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