फरीदाबाद : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि फरीदाबाद औद्योगिक नगरी के पुराने स्वरूप को फिर से बहाल किया जा रहा है। करीब 700 करोड़ की विभिन्न परियोजनाओं पर आगामी एक माह में काम शुरू हो जाएगा। मुख्यमंत्री रविवार को सेक्टर-12 के हुडा ग्राउंड में फरीदाबाद से विधायक व उद्योग मंत्री हरियाणा विपुल गोयल द्वारा आयोजित शंखनाद रैली को संबोधित कर रहे थे। रैली में उमड़े भारी जनसमूह से मुख्यमंत्री व उद्योग मंत्री भी गदगद नजर आए।
इस रैली का शंखनाद भी शंख की ध्वनि के साथ किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नेराजा नाहर सिंह क्रिकेट स्टेडियम के आधुनिकीकरण व सौंदर्यकरण की 115 करोड़ रुपए की परियोजना का भी शिलान्यास किया तथा फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए 50 करोड़ रुपये, सेक्टर-12 में बहुमंजिला पार्किंग व खेल स्टेडियम में स्वींमिंग पुल के लिए 47 करोड़ रुपये तथा फरीदाबाद व गुरुग्राम महानगरों के बीच मैट्रो लाइन बिछाने की भी घोषणाएं की। इससे पहले विधायक मूलचंद शर्मा, विधायक सीमा त्रिखा, विधायक टेकचंद शर्मा, विधायक नगेंद्र भड़ाना ,पृथला विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के पूर्व प्रत्याशी नयनपाल रावत राजेश नागर ने भी अपने विचार रखे।
पिछली सरकार ने की अनदेखी
सीएम ने कहा कि फरीदाबाद की पहचान औद्योगिक नगरी के रूप में रही है। पिछली सरकारों ने इस औद्योगिक नगरी की बहुत अनदेखी की, लेकिन वर्तमान प्रदेश सरकार ने इस औद्योगिक नगरी के पुराने स्वरूप को बहाल करने का प्रयास किया है। फरीदाबाद का वर्ष-2031 का जो विकास प्लान तैयार किया गया है, इसके तहत इस नगरी में 143 सेक्टर विकसित किए जाएंगे, जोकि गुरुग्राम के 115 सेक्टर से काफी अधिक हैं। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद को स्मार्ट सिटी बनाने की दिशा में भी तेजी से कार्य किया जा रहा है। इस योजना के तहत 160 करोड़ रुपये की लागत से शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, ताकि शहर की सुरक्षा सुनिश्चित रह सके। शहर की सभी सडक़ों का 245 करोड़ रुपये की लागत से सुधारीकरण का कार्य किया जा रहा है।
हरियाणा का ग्रामीण क्षेत्र प्रथम स्थान पर
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि सरकार ने किसानों, ग्रामीणों के लिए अनेक योजनाएं बनाई है। स्वच्छता योजना में हरियाणा का ग्रामीण क्षेत्र प्रथम स्थान पर रहा है। आज किसानों को लॉटरी के माध्यम से ट्रेक्टर व मोटरसाइकिल वितरित की जा रही हैं। आगामी वर्ष 2019 में 22 जिलों में प्रत्येक जिला को 4 ट्रेक्टर के हिसाब से 88 ट्रेक्टर किसानों को दिए जाएंगे तथा आढ़तियों व मार्किट कमेटी के कर्मचारियों को भी ईनाम दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली व एनसीआर क्षेत्र में खप्त को देखते हुए यहां पर दूध, फल, सब्जी, व फूलों की मंडी विकसित की जा रही हैं, ताकि किसानों को अच्छी आमदनी मिल सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 6 हजार 500 गांवों में गौरव-पट्ट बनाए जा रहे हैं।
from Punjab Kesari (पंजाब केसरी) http://bit.ly/2EXnNwA
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