Wednesday, August 1, 2018

दिल्ली महिला आयोग ने किया सेक्स रैकेट का पर्दाफाश, पहाड़गंज में होटल से छुड़ाई गईं 39 लड़कियां

राजधानी दिल्ली के पहाड़गंज क्षेत्र के होटल से 39 लड़कियों छुड़ाया गया है। इन सभी लड़कियों को अंतरराष्ट्रीय वेश्यावृत्ति रैकेट में धकेले जाना था, लेकिन दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर मंगलवार देर रात इन लड़कियों को दिल्ली के पहाड़गंज से आजाद कराया। इन लड़कियों को नेपाल से यहां सेक्स रैकेट में शामिल करने के लिए लाया गया था। इससे पहले स्वाति मालीवाल ने मंगलवार को ही शाम में वसंत विहार पुलिस थाना क्षेत्र से 18 महिलाओं को छुड़ाया था। यूपी की वाराणसी पुलिस ने दिल्ली पुलिस के साथ मैदानगढ़ी गांव में दबिश देकर 18 और नेपाली महिलाओं को मुक्त कराया गया।

इन नेपाली महिलाओं को मध्य एशियाई देशों में भेजा जाने वाला था। शिवपुरी थाना, वाराणसी पुलिस ने एजेंट व उसकी नेपाली महिला साथी को गिरफ्तार किया है।  यूपी पुलिस दोनों को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर मंगलवार रात यूपी रवाना हो गई। मुक्त कराई गई 18 नेपाली महिलाओं को मंडी हाउस स्थित शेल्टर होम में रखा गया है। हालांकि किसी महिला ने किसी तरह का कोई आरोप नहीं लगाया है। न ही किसी महिला ने महरौली थाने में कोई शिकायत दी है। मैदान गढ़ी से मुक्त कराई गई लड़कियों से मिलने के लिए दिल्ली महिला आयोग अध्यक्ष स्वाति मालीवाल  भी शेल्टर होम पहुंची। आयोग अध्यक्ष स्वाति मालीवाल व सदस्या किरण नेगी ने इन लड़कियों से बात करने का प्रयास किया।

पहले तो लड़कियों ने बात करने से मना कर दिया। लेकिन काउंसलिंग के बाद वह बात करने के लिए तैयार हुई। आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के अनुसार, उन्हें नौकरी दिलाने के नाम पर दिल्ली लाया गया था। 16 लड़कियां नेपाल और 2 लड़कियां पश्चिम बंगाल से हैं। मुक्त कराई गई लड़कियों की उम्र 18 से 30 वर्ष के बीच है। स्वाति मालीवाल के अनुसार यह लड़कियां गरीब परिवारों से हैं और नेपाल के भूकंप प्रभावी क्षेत्रों से हैं और ज्यादातर ने भूकंप में अपने घरवालों को खो दिया है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने उनको शेल्टर होम भेजने के इंतजाम किए हैं। अब वह इन लड़कियों को वापस भिजवाने के लिए नेपाली दूतावास से बात कर रही हैं।

मुनिरका इलाके से स्वाति मालिवाल ने 16 नेपाल की लड़कियों को कराया मुक्त

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा दिल्ली मानव तस्करी का अड्डा बन गई है। उन्होंने कहा कई बार गृहमंत्री राजनाथ सिंह से पुलिस की जवाबदेही तय करने के लिए कहा जा चुका है, लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है। उन्होंने सवाल किया कि ऐसे कौन लोग हैं जिनको लड़कियों के इस अनैतिक व्यापार से फायदा हो रहा है। गौरतलब है की बीते महीने 25 जुलाई को दिल्ली महिला आयोग ने 16 लड़कियों को मुनिरका से बचाया था। इन लड़कियों को कुछ दिन पहले ही नेपाल से दिल्ली लाया गया था। इन्हें साउथ दिल्ली के मुनिरका इलाके में पिछले कुछ दिनों से एक कमरे में रखा गया था। इन लड़कियों के पासपोर्ट भी छीन लिए गए थे। इन्हें इराक और गल्फ कंट्री में देह व्यापार के लिए भेजने की तैयारी थी।



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