बात इजिप्ट की है जहाँ पर अनजाने में एक गधा चरता हुआ एक गड्ढे में जा गिरा और जब उसे बचाने के लिए गधे का मालिक उस गड्ढे में उतरे तो उनकी आँखे खुल की खुली रह गयी। गड्ढे के अंदर उन्हें एक छुपा हुआ रास्ता मिला और जब खोज हुई तो सामने आया कई सौ वषों ये छुपा हुआ ‘कोम एल शोकाफा का मकबरा’।
गधे ने खोज निकला रहस्यमयी मकबरा
प्रचलित कहानियों के मुताबिक, कोम एल शोकाफा का मकबरा हमेशा के लिए खो चुका था। लेकिन एक गधे के कारण ये रहस्यमयी दुनिया लोगों के सामने आ पाई। स्थानीय रिकार्ड्स के अनुसार ये बात वर्ष 1990 की है जब अनजाने में गधे के मालिक ने ये ऐतिहासिक मकबरा ढूँढा था।
इस शख्स का नाम ईएस-सईद एली जिबाराह बताया जाता है जो यहाँ का स्थानीय निवासी था। इस शख्स ने मकबरा देखने के बाद तुरंत वहां के एक म्यूजियम को इस घटना के बारे में जानकारी दी।
आर्कियोलॉजिस्ट्स ने इस बात की सच्चाई जाने के लिए बताई गयी जगह पर खोज शुरू की तो उन्हें पता चला कि ये मकबरा ग्रेको-रोमन दौर का सबसे बड़ा कब्रिस्तान रहा था जिसमे ये मकबरा बना हुआ है ।
ये भी पता चला की ये मकबरा कभी जमीन के ऊपर था और वक्त के फेर में ये धीरे धीरे वीरान हो गया और जमीन के नीचे होता चला गया। अनजाने में हुई इस खोज के बाद गधे के मालिक को इनाम राशि भी दी गयी जिसकी वजह से ये ऐतिहासिक धरोहर दुनिया के सामने आ सकी थी।
साथ ही उन्हें ये भी पता चला कि पहले मकबरा सिर्फ एक ही परिवार के लोगों की बॉडीज दफनाई जाने के लिए बना था । लेकिन धीरे-धीरे यहां कई लोगों की बॉडीज दफन की जाने लगी।
यहां दफनाई गई बॉडीज आज भी काफी अच्छे हालत में मौजूद है। अभी भी ये मकबरा रिसर्च एके दायरे में है और अभी इस मकबरे के कई और रहस्य खुलने बाकी है। इजिप्ट में इस तरह के और भी रहस्य्मयी मकबरे मिले है और इन सब के अलावा इजिप्ट अपने पिरामिड्स और ममी के लिए भी मशहूर है।
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