Friday, August 31, 2018

Asian Games: चोटिल विकास को कांस्य से ही करना पड़ेगा संतोष

ए‌‌शियन खेल 2018 में  भारतीय मुक्केबाज विकास कृष्ण को चोटिल होन की वजह से  बॉक्सिंग में ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा है। विकास को शुक्रवार को 75 किलोग्राम कैटिगरी में अपना सेमीफाइनल खेलना था लेकिन चोटिल होने की वजह से वह ये बाउट नहीं लड़ सके। विकास को कजाखस्तान के अमानकुल अबिलखान से सेमीफाइनल मुकाबला खेलना था लेकिन चोट के कारण उन्हें बाहर होना पड़ा।

विकास को क्वॉर्टर फाइनल बाउट के दौरान उनकी बाईं आंख के ऊपर लगी चोट की वजह से उन्होंने इस मैच से हटने का फैसला किया और उन्हें चिकित्सीय रूप से अयोग्य करार दिया गया। इस तरह विकास का सफर इन खेलों में ब्रॉन्ज मेडल तक ही जा पाया। क्वॉर्टर फाइनल में एक रोचक भिड़ंत में चीनी मुक्केबाज तांगलातिहान तोहेता को 3-2 से हराते हुए विकास सेमीफाइनल में पहुंचे थे।

लेकिन ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बावजूद विकास कृष्ण ने नया इतिहास रच दिया है। वह लगातार तीन एशियन गेम्स में मेडल जीतने वाले पहले भारतीय बॉक्सर बन गए हैं। विकास ने इससे पहले 2010 एशियन गेम्स में गोल्ड और 2014 एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता था, अब 2018 एशियन गेम्स में ब्रॉन्ड मेडल जीतते हुए लगातार तीन एशियन गेम्स मेडल जीतने पहले भारतीय मुक्केबाज बन गए हैं।

भारत के लिए अब तक सिर्फ हवा सिंह ने 1966 और 1970 एशियन गेम्स में लगातार दो बार बॉक्सिंग का गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। ये रिकॉर्ड अब भी बरकरार है। वहीं एक और स्टार भारतीय बॉक्सर विजेंदर सिंह ने 2006 एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज और 2010 में गोल्ड मेडल जीता था। विकास ने अपना पहला मेडल 2010 एशियन गेम्स में लाइटवेट में गोल्ड के साथ जीता था। इसके बाद वह 2014 में मिडिलवेट कैटिगरी में आ गए और ब्रॉन्ज जीता।



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