राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उसके आसपास का इलाका एक बार फिर धुंध की चपेट में आ रहा है। दिल्ली की हवा लगातार दूषित होती जा रही है जिसका असर आम लोगों पर पड़ रहा है। लगातार कई तरह की चेतावनी भी दी जा रही हैं, लेकिन ऐसे माहौल में जिस मास्क की सबसे ज्यादा जरूरत है वही राजधानी में उपलब्ध नहीं है। इस प्रकार के मौसम में डॉक्टरों के द्वारा अधिकतर घर में एयर प्यूरिफायर और N-95 फेस मास्क के इस्तेमाल की सलाह दी जाती है, लेकिन दिल्ली में अधिकतर मेडिकल स्टोर के पास ये मास्क उपलब्ध ही नहीं है। जबकि कई मेडिकल स्टोर तो साधारण मास्क ही बेच रहे हैं।
पिछले दो दिनों में दिल्ली में हवा की क्वालिटी बुरी से बहुत बुरी तक पहुंची है, ऐसे में चिंता बढ़ना लाजिमी है। बुधवार को ही दिल्ली में हवा की क्वालिटी 366 थी, जो काफी आम दिनों के मुकाबले काफी खतरनाक है। हालांकि, दिल्ली के राजेंद्र नगर, करोल बाग, कनॉट प्लेस, ग्रीन पार्क, एम्स और सफदरजंग अस्पताल के पास N-95 फेस मास्क मिल रहे हैं।
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, इसको देखते हुए अब नई दिल्ली इलाके में NDMC ने एक पहल की है। इस पहल के तहत पेड़ों पर पानी छिड़का जा रहा है, ताकि उनपर जमी धूल हटाई जा सके. और शुद्ध हवा की सप्लाई हो सके। एक्सपर्ट के हवाले से लगातार इस प्रकार की चेतावनी दी जा रही है कि अगले दो दिन दिल्लीके लिए काफी मुश्किल हो सकते हैं। सिर्फ दिल्ली ही नहीं बल्कि नोएडा, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद, गुड़गांव जैसे क्षेत्र में भी चिंताएं बढ़ती जा रही हैं।
सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई
राजधानी में वायु प्रदूषण को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई होनी है। कोर्ट राजधानी में पॉल्यूशन कंट्रोल के मुद्दे पर सुनवाई करेगा। बता दें कि पहले ही 15 साल पुरानी डीजल गाड़ियों के इस्तेमाल पर बैन लगा चुका है। इसके अलावा केंद्रीय पर्यावरण मंत्री हर्षवर्धन भी आज दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे।
दिल्ली में प्रदूषण की बढ़ती चिंता को देखते हुए मेट्रो के चक्करों को बढ़ा दिया गया है। दिल्ली मेट्रो ने नई 21 ट्रेनों का चलाया है, इसके तहत करीब 812 फेरे ज्यादा लगाए जाएंगे।
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