Friday, November 30, 2018

चाय बनाने के बाद बची चायपत्ती को फेंकें नहीं, उससे इन 7 फायदों का उठायें लाभ !

हमारे भारत देश में आमतौर पर आधे से ज्यादा लोग अपने दिन की शुरुआत चाय पीने से करते है। जी हां कुछ लोगो को तो जब तक गर्मागर्म चाय नहीं मिलती तब तक उनकी सुबह ही नहीं होती। बरहलाल चाय पीने में कोई बुराई भी नहीं है। पर यहाँ सवाल ये है, कि क्या आप चाय बनाने के बाद बची हुई चायपत्ती फेंक देते है।

चायपत्ती के फायदे

अब यदि आपका जवाब हां है तो हम आपको बता दे कि ऐसा करके आप खुद का ही नुकसान करते है। वो इसलिए क्योंकि जिस चायपत्ती को आप फेंकते है, वो आपके बहुत काम आ सकती है।

चायपत्ती के फायदे

तो चलिए आज हम आपको बताते है, कि आप बची हुई चायपत्ती का दोबारा इस्तेमाल कैसे कर सकते है। गौरतलब है, कि चाय की पत्ती हमारी सेहत बनाने के साथ साथ घरेलू कामो को करने में भी सहायक होती है। इसलिए तो आज हम आपको इसके फायदे बताने वाले है।

चायपत्ती के फायदे

1. आपको जान कर हैरानी होगी कि बची हुई चायपत्ती का इस्तेमाल हम लकड़ी से बने सामान को चमकाने में कर सकते है। जी हां इसके लिए सबसे पहले बची हुई चायपत्ती को दोबारा अच्छी तरह से पानी में उबाल ले। फिर इसे किसी शीशी में भर कर रख ले। बता दे कि इससे लकड़ी से बने सामानो की सफाई करने से उनमे शीशे जैसी चमक आ जाती है।

चायपत्ती के फायदे

2. इसके इलावा आप काबुली चने बनाने के लिए भी इसका इस्तेमाल कर सकते है। इसके लिए सबसे पहले चायपत्ती को धोकर अच्छे से सूखा ले। इसके बाद काबुली चना बनाते समय उबलते हुए पानी में चायपत्ती की पोटली को डाल दे। गौरतलब है, कि इससे काबुली चने का रंग अधिक आकर्षक लगने लगता है।

चायपत्ती के फायदे

3. बता दे कि चायपत्ती में एंटी आक्सीडेंट भी होता है। ऐसे में इसका इस्तेमाल चोट और घावों पर भी किया जा सकता है। इसमें सबसे पहले चायपत्ती को उबाल ले और फिर इसे चोट के ऊपर लगा दे। इसके इलावा आप चायपत्ती के पानी से चोट और घाव को धो भी सकते है। बता दे कि यह आपको संक्रमण से बचाती है और इससे घाव भी जल्दी भर जाते है।

चायपत्ती के फायदे

4. इसके इलावा चायपत्ती में थोड़ा सा विम पाउडर मिला कर आप क्राकरी भी साफ़ कर सकते है। इससे क्राकरी में अच्छी चमक आएगी।

चायपत्ती के फायदे

5. गौरतलब है, कि बालो में इस्तेमाल करने के लिए चायपत्ती बेहद फायदेमंद होती है। इससे बालो में चमक और दमक आती है। बता दे कि यह एक प्रकार से कुदरती कंडीशनर का काम करती है। इसमें सबसे पहले चाय की बची हुई पत्तियों को अच्छे से धो ले और इन्हे दोबारा पानी में उबाल ले। इसके बाद इसी उबले हुए पानी से बालो को साफ़ करे। बता दे कि नियमित ऐसा करने से बालो में कुदरती चमक आएगी।

चायपत्ती के फायदे

6. घर में जिस स्थान पर अधिक मक्खियां हो वहां धोयी हुई चायपत्ती को अच्छे से गीला करके रगड़ दे। इससे घर का वह स्थान एकदम साफ़ हो जाएगा।

चायपत्ती के फायदे

7. अब गमले में पौधों को समय समय पर खाद देने की जरूरत होती है। इसके लिए आप बची हुई चायपत्ती को साफ़ करे और उसे गमले में डाल दे। बता दे कि इससे आपके पौधे बिलकुल स्वस्थ हो जाएंगे।

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