उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बीते शुक्रवार हुए शूटआउट पर विवाद जारी है। हालांकि आज (सोमवार) को राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मारे गए एपल मैनेजर विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना तिवारी से मुलाकात की। योगी आदित्यनाथ से मिलने के बाद कल्पना ने कहा कि सरकार ने हर तरह की मदद करने का आश्वासन दिया है। सरकार पर मेरा भरोसा बढ़ा है।
Lucknow: Family members of Vivek Tiwari who was shot dead by a police constable in Gomti Nagar area on 29 September, meet Chief Minister Yogi Adityanath pic.twitter.com/8ONfcZpf3y
— ANI UP (@ANINewsUP) 1 October 2018
रविवार को ही उन्होंने कल्पना तिवारी से फोन पर बात की थी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनसे बात कर हर संभव मदद का भरोसा दिया था।
He heard what I had to say & assured help. I had earlier also said that I have faith in our state government and today that faith has strengthened: Kalpana Tiwari, wife of Vivek Tiwari who was shot dead by a police constable in Gomti Nagar area on 29 September pic.twitter.com/G2WzBRDPN6
— ANI UP (@ANINewsUP) 1 October 2018
बता दें कि योगी से पहले राज्य के दोनों उपमुख्यमंत्री कल्पना तिवारी से मुलाकात कर चुके हैं। योगी ने फोन पर उन्हें कहा था कि डिप्टी सीएम के जरिए वह किसी भी तरह की मदद मांग सकती हैं।
रविवार को डिप्टी CM से मुलाकात के बाद ही कल्पना तिवारी ने इस मामले की जांच CBI को सौंपने से इनकार कर दिया था। वह चाहती हैं कि SIT ही इसकी जांच करे। गौरतलब है कि FIR को लेकर उठे सवालों के बाद अब पुलिस ने मृतक विवेक की पत्नी की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया है।
इससे पहले पुलिस ने घटना के वक्त विवेक के साथ कार में मौजूद उनकी सहकर्मी सना के नाम से एफआईआर दर्ज की थी, जिसमें बहुत ही होशियारी के साथ ये साबित करने की कोशिश की गई थी कि पुलिस ने विवेक पर गोली ही नहीं चलाई।
इस एफआईआर पर बवाल के बीच रविवार को विवेक का अंतिम संस्कार कर दिया गया। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने विवेक की पत्नी कल्पना तिवारी से मुलाकात की और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फोन पर उनसे बात कर हर संभव मदद का भरोसा दिया। जिसके बाद रविवार को ही पुलिस ने कल्पना की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की।
बता दें कि यह घटना बीते शुक्रवार (28 सितंबर, 2018) देर रात की है। यूपी पुलिस की गोली लगने से विवेक की तिवारी की मौत होने का आरोप है, जिसे लेकर दोनों आरोपी पुलिसकर्मियों को जेल भेज दिया गया है। हालांकि, आरोपी का दावा है कि विवेक ने उसके ऊपर कार चढ़ाने की कोशिश की और आत्मरक्षा में उसे फायर करनी पड़ी। दोनों पुलिसकर्मियों को जेल भेज दिया गया है, साथ ही दोनों को नौकरी से भी बर्खास्त कर दिया गया है।
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