Wednesday, October 31, 2018

छात्रों को उद्योग के अनुसार तैयार किया जाए : प्रभु

नई दिल्ली : केन्द्रीय वाणिज्य, उद्योग एवं नागरिक विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने शिक्षा समुदाय से आग्रह किया कि उच्च शिक्षा की चुनौतियों को पहचानें और छात्रों को चौथी औद्योगिक क्रांति के लिए तैयार करें ताकि वे भविष्य का सामना कर सकें। मंगलवार को प्रभु फिक्की के उच्च शिक्षा सम्मेलन के 14वें संस्करण के दौरान सभा को संबोधित कर रहे थे।

मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार के और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के सहयोग से आयोजित इस सम्मेलन का विषय था ‘युनिवसिर्टी ऑफ द फ्यूचर यानी भविष्य के विश्वविद्यालय।’ सुरेश प्रभु ने इस मौके पर फिक्की-ईवाय अप्रॉच पेपर ‘युनिवसिर्टी ऑफ द फ्यूचर-ब्रीगिंग एजुकेशन 4.0 टू लाइफ’ का अनावरण भी किया। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी हितधारकों को आपसी साझेदारियों में एक साथ मिलकर प्रयास करने होंगे क्योंकि शिक्षा केवल युनिविर्सिटी में ही डिजाइन नहीं की जाती है।

प्रभु ने प्रस्तावित औद्योगिक नीतियों की समीक्षा की

उच्च शिक्षा सचिव, भारत सरकार आर सुब्रमण्यम ने उन मूल सिद्धांतों पर रोशनी डाली, जिन पर विश्वविद्यालयों का भविष्य आधारित है। उन्होंने कहा कि भावी छात्रों को सामाजिक समस्याओं के समाधान के लिए तर्कसंगत सोच विकसित करनी होगी, ताकि वे समस्या का विश्लेषण कर इसे हल कर सकें।



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