Saturday, March 30, 2019

काले झंडे ​दिखाकर वापस लौटाया

चरखी दादरी : संकल्प रैली का ग्रामीणों को न्योता देने गांव चिड़िया पहुंचे भाजपा सांसद धर्मबीर सिंह और बाढ़डा विधायक सुखविंद्र मांढ़ी को किसानों का कड़ा विरोध झेलना पड़ा। किसानों ने दोनों को न केवल काले झंडे दिखाए बल्कि सभास्थल पर जाने से भी रोका। इस दौरान सांसद और विधायक समर्थकों के साथ किसानों की धक्का-मुक्की भी हुई। करीब एक घंटा इंतजार करने के बाद सांसद और विधायक अपनी गाड़ियों में बैठकर वहां से रवाना हो गए। सांसद धर्मबीर सिंह और विधायक का विरोध करने वाले जिले के 17 गांवों के किसान हैं।

ये किसान एनएच-152 डी के लिए अधिग्रहीत जमीन का प्रति एकड़ दो करोड़ रुपये मुआवजा मांग रहे हैं। 26 फरवरी से रामनगर गांव के समीप धरने पर बैठे हैं। सांसद और विधायक जुई में मुख्यमंत्री की 30 मार्च को होने वाली संकल्प रैली का न्योता देने पहुंचे थे। रामनगर के समीप एक माह से शांतिपूर्वक धरना दे रहे किसानों के सब्र का बांध अब टूटता जा रहा है। गांव चिड़िया की बाबा प्रेमपुरी धर्मशाला में आयोजित जनसभा को संबोधित करने पहुंचे भाजपा सांसद और समर्थकों को किसानों ने लौटा दिया।

भाजपा जनप्रतिनिधियों के विरोध के लिए किसान ट्रैक्टरों में सवार होकर शाम करीब सवा चार बजे धरनास्थल से चिड़िया गांव की तरफ चले। गांव के छोटे अड्डे के समीप स्थित सभास्थल से ठीक पहले पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए बैरिकेड्स भी लगाया था। करीब आधे घंटे के इंतजार के बाद 5.20 बजे सांसद और विधायक वहां पहुंचे।

उनके गाड़ियों से उतरते ही किसानों ने काले झंडे दिखाकर नारे लगाने शुरू कर दिए। करीब 15 मिनट तक किसानों ने लगातार नारेबाजी की। जब सांसद और विधायक ने धर्मशाला के अंदर जाने का प्रयास किया तो हाथों में काले झंडे लिए किसान उनके सामने खड़े हो गए। इस दौरान जब उनके समर्थक आगे बढ़े तो हल्की धक्का-मुक्की भी हुई और सांसद वापस लौट गये।

– श्योराण



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