देहरादून : मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड में देहरादून स्थित शौर्य स्थल सैन्य धाम बनेगा। पूरी तरह से डिजिटल इस धाम के दर्शन को देश-दुनिया के लोग चारधाम की तर्ज पर आएंगे। 1947 के बाद देश की रक्षा में कुर्बानी देने वाले हर सैनिक का नाम सैन्य धाम में स्वर्ण अक्षर में लिखा जाएगा। राजधानी की ईसी रोड स्थित एक वेडिंग प्वाइंट में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सामाजिक संस्थाओं के साथ संवाद किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह से देश की रक्षा में उत्तराखंड का सैनिक हर मोर्चे पर खड़ा है, उससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रुद्रपुर में उत्तराखंड को पांचवां धाम संबोधित कर सम्मान दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के इस सुझाव को राज्य सरकार शौर्य स्थल को सैन्य धाम के रूप में अमलीजामा पहनाने की योजना पर काम करना शुरू कर दिया है।
कहा कि सरकार शौर्य स्थल के लिए पहले से पर्याप्त बजट प्रस्तावित कर चुकी है। ऐसे में शौर्य स्थल को डिजिटल पांचवें धाम के रूप में तैयार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सैन्य धाम में देश की रक्षा में शहीद हुए सैनिकों की वीर गाथा से लेकर उत्तराखंड के सैनिक बाहुल्य क्षेत्र से जुड़ी हर जानकारी एक क्लिक पर मिलेगी। सीएम ने कहा कहा कि उत्तराखंड से शहीद होने वाले सैनिकों की संख्या पूरे देश में छह फीसद से ज्यादा है।
विभिन्न संगठनों ने राज्य के विकास से जुड़े मुद्दे उठाए… मुख्यमंत्री सामाजिक संस्थाओं के साथ संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए। रिखणीखाल से देवेश ने कहा कि पहाड़ में पलायन कब रुकेगा। जिस पर सीएम ने इन्वेस्टर समिट समेत अन्य योजनाओं पर काम शुरू होने की बात कही।
इसी तरह चकबंदी को लेकर सरकार की योजना, केंद्रीय कार्यालयों में कार्मिकों की कमी और शिफ्ट होने की समस्या भी उठाई गई। पहाड़ के स्कूल बंद होने पर भी लोगों ने सवाल किए। इसके अलावा एक देश में एक संविधान पर भी सवाल किए गए। इस मौके पर सतपुली में अपराधिक घटनाओं के प्रति भी लोगों ने सीएम का ध्यान आकर्षित किया।
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