उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में मंगलवार को कंस वध मेला जुलूस निकालने को लेकर दो समुदायों के बीच हुई हिंसक झड़प में आरोपी बनाए गए 300 लोगों में से 23 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। मौदहा कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक राजकुमार सिंह ने शनिवार को बताया, ‘कंस वध मेला जुलूस निकालने को लेकर मंगलवार को दो समुदायों के बीच हुई हिंसक झड़प के मामले में चार नामजद और 300 अज्ञात अराजकतत्वों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
अब तक इनमें से कुल 23 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है, शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।’ उन्होंने बताया कि कस्बे में अभी भी स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। हमीरपुर सदर से भाजपा के विधायक अशोक सिंह चंदेल ने बताया, ‘आज दोनों पक्षों के बीच विवाद सुलझाने के लिए उनके द्वारा वार्ता की जा रही है। दोनों पक्षों की सहमति के बाद तिथि निश्चित कर कंस वध जुलूस सौहाद्र्र के साथ निकाला जाएगा।’
उधर, गुड़ाही बाजार स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर के महंत हरवंशदास ने मामले का निपटारा नहीं होने तक मंदिर के पट बंद रखने का ऐलान किया है। महंत हरवंशदास ने कहा कि पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई की है, जब तक न्यायसंगत कदम नहीं उठाया जाता, तब तक मंदिर के पट बंद रहेंगे। हालांकि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमीरपुर हिंसा को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद पांडेय और पुलिस अधीक्षक अजय कुमार सिंह को हटा दिया है। इस बीच भाजपा के जिलाध्यक्ष संतविलाश शिवहरे ने कहा कि स्थानांतरण कोई कार्रवाई नहीं है। डीआईजी भी दोषी हैं, उनके खिलाफ भी कार्रवाई होना चाहिए।
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