रोहतक : पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने स्कूली बच्चों को भविष्य का विजन बताते हुए कहा कि अगर छात्र तरीक्की करेगा तो देश व समाज को नई दिशा मिलेगी। छात्र जीवन ऐसा है जिसमें जितना सिखो वह भी कम है। इसलिए सिखते रहो और आगे बढ़ते रहो, यही जिंदगी का असली विजन है। प्रणब मुखर्जी ने शिक्षा के गिरते स्तर पर भी चिंता व्यक्त की और कहा कि आजादी के 70 साल के बाद हजारो शैक्षणिक संस्थाए तो खडी कर दी, लेकिन क्वालिटी कसौटी पर खरी नहीं है, जिसके चलते आज शिक्षा की गुणवता में सुधार की अति आवश्यकता है और इसके लिए सबको विचार करना पडेगा।
पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि एक समय वह भी था जब भारत का शिक्षा को लेकर विश्व में ढंका बजता था, लेकिन आज भारतीय छात्र शिक्षा ग्रहण करने के लिए विदेशों में जा रहे है। उन्होंने बकायदा अमरीका, इंगलैड, अस्ट्रेलिया व न्यूजीलैड तक का भी जिक्र किया। शनिवार को तय समय अनुसार पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी शहर के बीचो बीच स्थित एमडीएन पब्लिक स्कूल के पारितोषिक वितरण समारोह में पहुंचे। समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि छात्र देश का भविष्य है, इसलिए शिक्षिक का भी दायित्व बनता है कि एक विजन के साथ सही दिशा में शिक्षा ग्रहण कराए, ताकि छात्र को अपनी मंजिल तक पहुंचने में किसी प्रकार की दिक्कत न हो।
उन्होंने कहा कि देश के नालंदा, शांति निकेतन, तक्षशिला जैसी शिक्षण संस्थाओं से ही देश का विश्व में ढंका बजता है, लेकिन इस बात का भी दुख है कि आज शिक्षा के गुणवता का स्तर गिरता जा रहा है और इसके लिए सबकी जिम्मेदारी बनती है कि इस पर विचार करे। उन्होंने छात्रों से कहा कि विद्यार्थी जीवन में छात्र जितना दृढ निश्चय कर पढाई करेगा वह उतना ही आगे बढेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि छात्र का मूल मंत्र खुब सिखो और आगे बढना होना चाहिए। पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने कहा कि एक समय वह भी था जब विदेशों से शिक्षा ग्रहण करने के लिए छात्र भारत आते थे, लेकिन अब परिस्थिति ऐसी हो गई है कि अमरीका, इगलैड, न्यूजीलैड, अस्ट्रेलिया में पढऩे के लिए भारत से छात्र जाते है।
खुशहाल गांव बनाने के लिए गांवों में विकास की गति तेज करना जरूरी : प्रणब मुखर्जी
उन्होंने कहा कि शिक्षा स्तर की गुणवता ऐसी होनी चाहिए कि विदेशी छात्र भारत में सिखने व पढऩे के लिए आए। करीब तीन बजे पूर्व राष्ट्रपति हैलीकॉपटर से रोहतक पहुंचे और स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में शिरक्त की। पूर्व राष्ट्रपति की सुरक्षा का जिम्मा एसपीजी संभाले हुए थे। स्थानीय पुलिस व स्वाट की टीम पूर्व राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त तैनात रही। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, स्कूल के निदेशक व स्कूली बच्चों ने पूर्व राष्ट्रपति का स्वागत किया और करीब चार बजे दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
from Punjab Kesari (पंजाब केसरी) https://ift.tt/2Qky9Jv
No comments:
Post a Comment