हल्द्वानी : भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तानी सरजमी पर घुसकर की गई सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया। साथ ही 200 वीर सैनिकों को सम्मानित किया। नैनीताल रोड में स्थित एक वेंकट हॉल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए खटीमा विधायक व कार्यक्रम संयोजक पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भारतीय सेना का विश्व में गौरवशाली इतिहास है और प्रत्येक मौके पर देश की रक्षा के लिए वीर सैनिकों ने अपनी जान की बाजी लगाकर दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दिया है। 1962 का युद्ध हो या 1965 का देश की सेना ने दुश्मन को उसी की भाषा में जवाब दिया है।
1972 के युद्ध मे 90 हजार पाक सैनिकों को बंदी बनाकर इतिहास बनाया है। इसके बावजूद पड़ोसी देश पाकिस्तान द्वारा लगातार नापाक कोशिश की गई हैं और कारगिल युद्ध में वीर सैनिकों ने जान की बाजी लगाकर देश की भूमि से दुश्मनों को खदेड़ कर तिरंगा फहराया। आतंकवाद को समाप्त करने के प्रधानमंत्री मोदी के दृढ़ निश्चय को सम्मान देते हुये 2 वर्ष पूर्व पाकिस्तान की धरती पर घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक कर आतंकवादी अड्डो को ध्वस्त किया। जो भारतीय सेना का गौरवशाली पल है और हम सभी भारतवासी भारतीय सेना के जज्बे को सलाम करते हुऐ स्वयं को गौरवान्वित महसूस करते हैं।
पराक्रम दिवस पर जश्न
इस मौके पर मुख्य अतिथि हरियाणा सरकार के कैबिनेट मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि आज का दिन हम सभी भारतवासीयो के लिए गौरव का दिन है इस दिन भारतीय सेना के वीर सैनिकों ने पाकिस्तान की धरती पर घुसकर आतंकी मंसूबो को ध्वस्त कर दुश्मन को जवाब दिया था। इस मौके पर कई पूर्व सैनिक अधिकारियों ने भारतीय सेना में अपने अनुभवों को सांझा कर पराक्रम दिवस को सार्थक किया। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने कहा की सर्जिकल स्ट्राइक कर भारतीय सेना ने दुश्मन को बता दिया कि सेना जब चाहे उसी के घर में घुसकर दुश्मन को जवाब देने की स्थिति में है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की सेना और अधिक मजबूत हुई हैं।
– संजय तलवाड़
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