Tuesday, July 31, 2018

रोहिंग्या मुद्दे पर संसद में हंगामा, राजनाथ और रिजिजू ने दिया विपक्ष के सवालों का जवाब

देश में अवैध रूप से रहने वाले रोहिंग्या को लेकर मंगलवार को लोकसभा में जबर्दस्त  हंगामा हुआ। विपक्ष ने रोहिंग्या को लेकर जारी सरकार की नीति पर सवाल उठाए जबकि सरकार ने कहा कि वह रोहिंग्या की घुसपैठ पर रोक लगाएगी। संसद में रोहिंग्या के मुद्दे पर एक बार फिर  विपक्ष और सरकार के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला। विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार ने रोहिंग्या को लेकर राज्य सरकारों को परामर्श जारी किया है। राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा, ‘रोहिंग्या की घुसपैठ रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल और असम राइफल को तैनात किया गया है। हमने परामर्श जारी कर राज्यों से कहा कि वे उन रोहिंग्या पर नजर रखें जो पहले ही उनके यहां दाखिल हो चुके हैं। रोहिंग्या को एक जगह पर रखने की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है ताकि उनका विस्तार न हो।’

इस बीच, लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के सांसद एस बोस ने रोहिंग्या पर सरकार की नीति को लेकर सवाल उठाया। बोस ने पूछा कि विदेश मंत्रालय बांग्लादेश में रोहिंग्या के लिए ‘ऑपरेशन इंसानियत’ चला रहा है। भारत में 40,000 रोहिंग्या हैं। बोस ने कहा कि क्या हम केवल बांग्लादेश में रहने वाले रोहिंग्या के लिए इंसानियत दिखाएंगे।

टीएमसी सांसद के सवालों का जवाब केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरन रिजिजू ने दिया। रिजिजू ने टीएमसी सांसद के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि भारत दुनिया का शायद पहला देश है जिसने शरणार्थियों के प्रति इस तरह का नरम रुख अपनाया है। हमने म्यांमार से कहा है कि रोहिंग्या के लौटने पर हम उन्हें सुविधाएं उपलब्ध कराने में मदद करेंगे।

बता दें कि असम में नेशनल रजिस्टर्स ऑफ सिटिजन्स के सामने आने के बाद राजनीति तेज हो गई है। सोमवार को एनआरसी का फाइनल ड्राफ्ट देश के सामने रखा गया। इस ड्राफ्ट के मुताबिक असम में 3 करोड़ 29 लाख लोगों में से सिर्फ 2 करोड़ 89 लाख ही वैध हैं। इसका मतलब यह है कि 40 लाख लोगों ने गलत तरीके से भारत की नागरिकता हासिल की है। ड्राफ्ट की रिपोर्ट के बाद सियासी भूचाल आ गया है। एनआरसी को लेकर संसद में टीएमसी के सांसदों ने सोमवार को काफी हंगामा किया।

वहीं, असम के एनआरसी मुद्दे को लेकर मंगलवार सुबह संसद में गांधी प्रतिमा के समक्ष टीएमसी, आम आदमी पार्टी एवं समाजवादी पार्टी के सांसदों ने प्रदर्शन किया। एनआरसी का सबसे ज्यादा विरोध पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कर रही हैं। ममता ने सोमवार को कहा कि केंद्र सरकार जबरन लोगों को बाहर निकालने में जुटी हुई। ममता ने केंद्र पर हमला बोलते हुए कहा कि एक साजिश के तहत लोगों को बाहर करने की कोशिश की जा रही है।

 



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