केरल के कन्नूर जिले में दो महिलाओं और एक पुरुष द्वारा फर्जी वोट डालने के विवाद को चुनाव आयोग के हवाले कर दिया गया है। टीवी चैनलों द्वारा शनिवार से कासरगोड लोकसभा क्षेत्र में ‘कैमरे में कैद’ हुए फर्जी मतदान के दृश्यों को प्रसारित करने के बाद कांग्रेस ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी टीका राम मीणा के समक्ष इस मुद्दे को उठाया। मीणा ने कन्नूर और कासरगोड के जिला कलेक्टरों से एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, जहां इन घटनाओं के होने की खबर है। केरल में 23 अप्रैल को सभी 20 लोकसभा सीटों के लिए मतदान हुआ था।
जिला कलेक्टरों ने उन मतदान केंद्रों के अधिकारियों से मुलाकात की जहां फर्जी मतदान होने की जानकारी मिली। जिला कलेक्टरों की रिपोर्ट अब मीणा के पास है।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के कन्नूर जिला सचिव एम.वी. जयराजन ने शनिवार देर शाम बताया कि उनके कार्यकर्ताओं ने केवल ‘ओपन वोटिंग’ किया था। हालांकि, कासरगोड लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार राजमोहन उन्नीथन ने सोमवार को मीडिया को बताया कि ‘ओपन वोटिंग’ जैसी कोई चीज नहीं होती है। उन्नीथन ने कहा कि कानून में कंपेनियन वोटिंग है। लेकिन, इन दृश्यों में ये सभी लोग खुद मतदान कर रहे थे। कानून के तहत, यदि कोई व्यक्ति अपना वोट डालने में असमर्थ है, तो वह मतदान केंद्र पर अपने साथी की मदद ले सकता है।
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