Tuesday, December 31, 2019

2018-19 में शिरडी के साईं के खजाने में ₹689Cr.

मुंबई स्थित साईंबाबा की ख्याति दिन-रात बढ़ती जा रही है और उसी अनुसार मंदिर का रखरखाव करने वाली संस्था की आय भी बढ़ रही है। साल 2018-19 में कमाई 689.43 करोड़ की हुई, जबकि इससे पहले 2017-18 में कमाई 431 करोड़ रुपये थी। हालांकि, खर्च भी उसी अनुपात में बढ़ा है। शिरडी मुंबई से करीब 236 किलोमीटर दूर है। यहां महाराष्ट्र से ही नहीं, बल्कि पूरे देश और दुनिया से लोग साईबाबा का दर्शन करने आते हैं। अब तो यहां आने-जाने के लिए संस्थान की मदद से हवाई सेवा भी शुरू की गई है। यहां आने वाले भक्तों को श्री साईंबाबा संस्थान ट्रस्ट हर तरह की सुविधा मुहैया कराता है। हाल ही में हुए नागपुर के शीतकालीन सत्र में श्री साईंबाबा संस्थान ट्रस्ट, शिरडी की वार्षिक रिपोर्ट 2018-19 विधानसभा और विधानपरिषद में पेश की गई। आय का श्रोतरिपोर्ट के अनुसार, 31 मार्च 2019 तक संस्थान को 689.43 करोड़ रुपये की आय हुई। इसमें भक्तों ने दान पेटी में सबसे ज्यादा दान दिया। 1 अप्रैल 2018 से 31 मार्च 2019 के बीच भक्तों ने 170.09 करोड़ रुपये दान पेटी में जमा किए। निवेश किए गए धन से ब्याज के रूप में संस्थान को 151 करोड़ रुपये मिले हैं, जबकि पर्ची दान में 95.46 करोड़ रुपये प्राप्त हुए। अन्न दान निधि से 72.71 करोड रुपये और लड्डू बिक्री से संस्थान को 47.70 करोड़ रुपये प्राप्त हुए। हालांकि, लड्डू बनाने में 76.24 करोड़ रुपये खर्च किए गए। इस खर्च का कारण यह है कि संस्थान मुफ्त में भी भक्तों को लड्डू देता है। वैसे साल 2014-15 में मंदिर की कमाई 431 करोड़ रुपये थी और खर्च 214.05 करोड़ रुपये था। आर्थिक वर्ष 2018-19 में कमाई 689.43 करोड़ और खर्च 608.40 करोड़ रुपये पहुंच गया। इस बारे में बताया जा रहा है कि संस्थान ने सामाजिक कार्यों पर खर्च बढ़ा दिया है, इसलिए खर्च ज्यादा दिखाई दे रहा है। की गई आर्थिक मदद संस्था ने सालाना रिपोर्ट में सामाजिक कार्यों का भी जिक्र किया है। संस्थान ने नागपुर के इंदिरा गांधी शासकीय मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के लिए उपकरण खरीदने के लिए 35 करोड़, 28 लाख रुपये दिए हैं। भवानी माता सेवा समिति नागपुर के आई रेडियोलॉजी और कार्डियोलॉजी विभाग के लिए 2 करोड़, 35 लाख रुपये यवतमाल के वसंतराव नाईक सरकारी मेडिकल व अस्पताल को एमआरआई मशीन खरीदने के लिए 13 करोड़ रुपये दिए। औरंगाबाद के शासकीय मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के लिए भी 15 करोड़ रुपये दिए गए। इसके अलावा गरीब जरूरतमंद मरीजों को 20 करोड़, 21 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी गई। केरल में आई बाढ़ के लिए भी संस्थान की तरफ से 55 करोड़ रुपये दिए गए। लड्डू की मांग शिरडी का मोतीचूर लड्डू भक्तों की पहली पसंद है। एक पैकेट में 3 लड्डू होते हैं, जिनका वजन 50 ग्राम तक है। संस्थान उन्हें 25 रुपये में बेचता है। वर्ष 2016-17 में संस्थान ने 90 लाख, 61 हजार, 100 पैकेट मोतीचूर का लड्डू बेचा, जबकि सन 2017-18 में एक करोड़, 5 लाख, 52 हजार, 17 पैकेट और सन 2018-19 में एक करोड़, 14 लाख, 50 हजार, 933 पैकेट मोतीचूर के लड्डू बेचे हैं। इसके अलावा संस्थान मुफ्त में भी भक्तों को बूंदी के पैकेट देता है। पिछले आर्थिक वर्ष में संस्थान ने 2 करोड़, एक लाख, 17 हजार, 800 पैकेट बूंदी के लड्डू बांटे हैं।


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