लखनऊ प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को सस्ती और 24 घंटे बिजली मिले, इसके लिए राज्य सरकार ने कवायद शुरू कर दी है। के लिए अब राज्य सरकार का पूरा जोर राज्य विद्युत उत्पादन निगम के पावर प्लांटों पर है। यही वजह है कि सरकार अब निजी क्षेत्र के पावर प्लांट लगवाने की जगह उत्पादन निगम की पावर यूनिटों पर ही काम कर रही है। साल 2022 के बाद प्रदेश में बढ़ती बिजली जरूरतों को देखते हुए उत्पादन निगम करीब 6,000 मेगावॉट की नई यूनिटें लगाने पर काम कर रहा है। उत्पादन निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, इनमें पहली यूनिट सितंबर, 2020 में शुरू हो जाएगी। ₹5/यूनिट की दर से मिलेगी बिजली राज्य सरकार का पूरा जोर राज्य विद्युत उत्पादन निगम के पावर प्लांटों पर इसलिए है, क्योंकि इनसे सस्ती बिजली मिलेगी। उत्पादन निगम के अधिकारियों के मुताबिक, इन प्लांटों से करीब 5 रुपये/यूनिट या उससे भी कम की दर से बिजली मिलेगी। इन पावर प्लांटों से सस्ती बिजली मिलने के साथ राज्य की ऊर्जा क्षमता में भी इजाफा होगा। इससे कॉरपोरेशन को बाहर से बिजली नहीं लेनी पड़ेगी। सस्ती बिजली खरीद का फायदा उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली के रूप में मिलेगा और टैरिफ भी कम होगा। मौजूदा समय में निजी सेक्टर में कई ऐसे पावर प्लांट है, जिनकी बिजली 7 से 8 रुपये/यूनिट की दर से मिल रही है। इससे हर साल कॉरपोरेशन को अरबों रुपये का नुकसान होता है। प्रदेश को मिलेंगे ये नए पावर प्लांट हरदुआगंज : 660 मेगावॉट राज्य विद्युत उत्पादन जिन नई यूनिटों का निर्माण कर रहा है, उसमें हरदुआगंज की यूनिट सबसे पहले ऑपरेशनल हो जाएगी। यहां 660 मेगावॉट की एक यूनिट लग रही है। राज्य विद्युत उत्पादन निगम ने इस पावर प्लांट को ऑपरेशनल करने के लिए सितंबर, 2020 की टाइमलाइन तय की है। ओबरा-सी : 1,320 मेगावॉट राज्य विद्युत उत्पादन निगम ओबरा-सी पावर प्लांट में 660-660 मेगावॉट की दो यूनिटें लगा रहा है। इनमें पहली यूनिट जुलाई 2021 तक ऑपरेशनल हो जाएगी। यह यूनिट मार्च, 2021 तक इसकी टेस्टिंग पूरी हो जाएगी। जवाहरपुर : 1,320 मेगावॉट उत्पादन निगम जवाहरपुर में 660 मेगावाट की दो यूनिटें लगा रहा है। इस पावर प्लांट की पहली यूनिट के लिए अगस्त, 2021 डेडलाइन तय की गई है। दूसरी यूनिट के लिए अभी डेडलाइन नहीं तय हुई है। पनकी पावर प्लांट : 660 मेगावॉट कानपुर के पनकी में 660 मेगावॉट की एक यूनिट लग रही है। इस यूनिट का निर्माण मार्च, 2018 में शुरू कर दिया गया था और मई, 2021 तक इसकी टेस्टिंग पूरी हो जाएगा जबकि जनवरी, 2022 से यूनिट ऑपरेशनल हो जाएगी। घाटमपुर पावर प्लांट : 1,980 मेगावाट घाटमपुर में उत्पादन निगम 660-660 मेगावाट की तीन यूनिटों का निर्माण कर रहा है। पहली यूनिट की डेडलाइन नवंबर, 2020, दूसरी यूनिट की डेडलाइन मई, 2021 और तीसरी यूनिट की डेडलाइन नवंबर, 2021 तय की गई है।
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