मुंबई महाराष्ट्र में एक महीने से ज्यादा चले सियासी ड्रामे के बाद गुरुवार शाम को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। उद्धव की पत्नी बीते दो दिनों से लगातार बधाई संदेशों का जवाब देने में व्यस्त हैं। रश्मि के मामा दिलीप श्रृंगारपुरे ने कहा, 'वह (रश्मि) हमेशा शांत रहने वाली और समर्पित महिला है। वह ज्यादा बात भी नहीं करती और खुद को अपने काम में व्यस्त रखती है।' डोंबिवली के एक मध्यमवर्गीय परिवार में पली-बढ़ी रश्मि ठाकरे के पिता माधव पाटनकर एक व्यवसायी हैं। अपनी मां मीनाताई का काफी गहरा असर रश्मि पर है। रश्मि के मामा ने कहा, 'रश्मि का अपने माता-पिता और ससुराल के लोगों से गहरा संबंध है। उसका मानना है कि एक मजबूत परिवार बच्चों में अच्छे गुण भरता है। यही वजह है कि सत्ता का नशा आजतक उस पर नहीं चढ़ा।' पढ़ें: रश्मि और उद्धव की शादी 13 दिसंबर 1989 को हुई थी। रश्मि ने 1987 में एलआईसी में काम करना शुरू किया, जहां उनकी मुलाकात एमएनएस चीफ राज ठाकरे की बहन जयजयवंती से हुई। बाद में रश्मि उद्धव से मिलीं, जिन्हें उस वक्त फटॉग्रफी का शौक था और अपनी एक ऐड एजेंसी चला रहे थे। 'हर शिवसैनिक को खाना खिलाकर भेजतीं रश्मिताई'उनके एक रिश्तेदार ने कहा, 'रश्मिताई बहुत अच्छी मेजबान हैं और सबसे हमेशा सलीके से पेश आना उनकी सबसे खास पहचान है। जब बालासाहेब बीमार थे, तो वह उनका हाल जानने के लिए आने वाले हर शिवसैनिक को खाना खिलाकर भेजती थीं।' गुरुवार को इतिहास रचेगा ठाकरे परिवार महाराष्ट्र में गुरुवार का दिन शिवसेना के लिए बेहद खास है। ठाकरे परिवार का कोई सदस्य पहली बार मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने जा रहा है। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की गठबंधन सरकार बनने जा रही है। शपथ से पहले मुंबई में शिवसेना भवन के पास शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तस्वीर लगे पोस्टर देखे जा रहे हैं।
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