नागालैंड के 12 छात्रों ने आज मध्यप्रदेश के रायसेन जिले स्थित सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय का भ्रमण किया। एक भारत-श्रेष्ठ भारत अभियान के तहत ये छात्र 25 से 28 फरवरी तक मध्यप्रदेश के भ्रमण पर हैं। उत्तर पूर्व राज्य के इन छात्रों को प्रदेश के ऐतिहासिक व पर्यटन स्थलों के साथ-साथ शैक्षणिक संस्थानों में ले जाया जा रहा है। इसी कड़ में नागालैंड के विभिन्न पॉलीटेक्निकों से चयनित ये 12 छात्र और दो प्राध्यापक सांची विश्वविद्यालय पहुंचे थे।
इन छात्रों ने सांची विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं के साथ संवाद किया और एक दूसरे की संस्कृति के बारे में जाना। ये छात्र पॉलीटेक्निक के विभिन्न विभागों में पढ़ई करते हैं। इनमें सिविल इंजीनियरिंग, फूड टेक्नोलॉजी, कंप्यूटर साइंस इत्यादि विषय में पढ़ई करने वाले छात्र हैं। कंप्यूटर साइंस विभाग के छात्र जेसी ने बताया कि नागालैंड में 16 विभिन्न जनजातियां रहती हैं।
इन सभी की अपनी भाषा और संस्कृति है, जिन्हें मूल रूप से नागा जनजाति के नाम से जाना जाता है। सांची विश्वविद्यालय के चीनी भाषा विभाग में पढ़ई कर रहे भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस के जवान टी मयारसंग ने विश्वविद्यालय के बारे में नागालैंड छात्रों को बताया। टी मयारसंग मित्रोरम के रहने वाले हैं और वे भी नागा जनजाति से हैं। विश्वविद्यालय के भ्रमण के बाद इन छात्रों को सांची स्तूप भी ले जाया गया।
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