लॉकडाउन खुलने के बाद सभी चीजों की वापसी हो रही है। इस बीच मेट्रो के सफर को लोग कितना मिस कर रहे हैं, इसके बंद होने से लोगों को कितनी परेशानियां हो रही है। क्या अब इसको खुल जाना चाहिए, मेट्रो खुलने के बाद क्या लोग मेट्रो में सफर शुरू कर देंगे? इसपर एनबीटी ने पाठकों के सुझाव मांगे थे। काफी संख्या में लोगों ने अपने सुझाव भेजे हैं। हम कुछ चुनिंदा सुझावों को प्रकाशित कर रहे हैं... दिल्ली की लाइफ लाइन मेट्रो को अब शुरू कर देना चाहिए। मेट्रो में यात्रियों की अधिक भीड़ न हो, इसके लिए दिल्ली मेट्रो को किराया बढ़ाने पर भी विचार करना चाहिए। सेफ्टी के साथ सभी यात्री यात्रा कर सकें, ऐसे में दिल्ली मेट्रो को भी सेफ्टी को लेकर इंतजाम करने की जरूरत है। -दिनेश दिल्ली में अधिकतर ऑफिस, मॉल और मार्केट खुल चुके हैं। ऐसे में दिल्ली मेट्रो की सेवा फिर से बहाल करने की जरूरत है। ऑफिस आने-जाने में रोज काफी पैसा खर्च हो रहा है। वहीं ऑफिस तक पहुंचने में काफी परेशानी होती है। -जीवी जोशी मेट्रो बंद होने से सड़कों पर गाड़ियों का अधिक दबाव होने से लोग जाम में फंस रहे हैं। ऑटो और कैब की डिमांड बढ़ने से किराया भी बढ़ गया है। फिलहाल मेट्रो को 50% यात्रियों की क्षमता के साथ चला देना चाहिए, ताकि ऑफिस तक पहुंचना आसान हो जाए। -रेणुका ठाकुर मेट्रो केवल दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे एनसीआर के लिए यातायात का सबसे बड़ा साधन है। इसके न चलने से लोग समय पर ऑफिस नहीं पहुंच पा रहे हैं। कैब से आने-जाने में परेशानी के साथ-साथ खर्च भी अधिक हो रहा है। बिना किसी देरी मेट्रो शुरू करने की जरूरत है। -विनोद चतुर्वेदी मेट्रो का सफर बहुत किफायती, आरामदायक और मन को सुकून देने वाला है। मेट्रो को पहले ट्रायल के रूप में सीमित यात्रियों के साथ शुरू करना चाहिएl धीरे-धीरे ऑफिस खुलने लग गए हैं। सरकार स्कूल-कॉलेज खोलने पर विचार कर रही है। मेट्रो का खुलना बहुत ही जरूरी है। -अनभिज्ञ भारद्वाज सरकार ने लगभग सभी चीजें खोल दी हैं, तो मेट्रो खोलने में क्या परेशानी है? कहीं आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है। समय के साथ-साथ पैसे भी अधिक खर्च हो रहे हैं। अब मेट्रो को बिना किसी इंतजार के यात्रियों के लिए खोल देना चाहिए, इससे दिल्ली के लोगों को काफी राहत मिलेगी। -निखिल मेट्रो बंद होने से सबसे अधिक परेशानी ऑफिस जाने में हो रही है। युवा काफी परेशान हैं। मेट्रो के बिना ऑफिस जाना काफी मुश्किल हो गया है। रोजाना कैब से मेट्रो जाना पॉसिबल नहीं है, अब मेट्रो को शुरू कर देना चाहिए। -अंजू मेट्रो बंद होने से बुजुर्गों और महिलाओं को बसों में सफर करने में बहुत परेशानी हो रही है। रोहिणी से नेहरु प्लेस जाने में करीब 3 घंटे का समय लग रहा है। वहीं मेट्रो के मुकाबले किराया भी अधिक लग रहा है। -रतनलाल बैरवा दिल्ली में कोरोना के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं, ऐसे में मेट्रो शुरू करने को लेकर जल्दबाजी करना सही नहीं रहेगा। मेट्रो शुरू होने से रिस्क है,हालात देखते हुए फैसला लेना चाहिए। पूरी मेहनत पर पानी फिर सकता है। - मुकेश शर्मा मेट्रो को तुरंत शुरू कर देना चाहिए। इसके बिना दिल्ली की रफ्तार थम सी गई है। लोग कारोबार ढंग से कर सकें, इसके लिए मेट्रो का शुरू होना बहुत ही जरूरी है। कहीं आने-जाने में समय के साथ-साथ रुपये की बर्बादी हो रही है। सरकार को इसपर तुरंत एक्शन लेने की जरूर है। -दीपक खन्ना थर्मल स्क्रीनिंग के साथ मेट्रो सेवा को फिर से बहाल कर देना चाहिए। फिलहाल सामान ले जाने पर रोक हो। सेफ्टी के साथ यात्री सफर कर सकें, इसके लिए दिल्ली मेट्रो को पूरी तैयारी के साथ शुरू करने में अब देरी नहीं करनी चाहिए। -दयानंद वत्स, बरवाला गांव मेट्रो के बिना दिल्ली में सफर करना आसान नहीं है। बाइक या कार से सफर करने में जाम का सामना करना पड़ता है। कई बार लोग घंटों जाम में फंस जाते हैं। ऐसे में दिल्ली मेट्रो को शुरू कर देना चाहिए। इससे समय के साथ-साथ किराया पर होने वाला खर्च कम होगा। -सत्यम शर्मा दिल्ली में अधिकतर ऑफिस अब खुल चुके हैं। बस में भी गिनती के लोग बैठाए जाते हैं। कैब और ऑटो से रोजाना सफर करने में किराया अधिक लग रहा है। वेतन का बड़ा हिस्सा आने जाने में ही खर्च हो जाता है। सेफ्टी के साथ मेट्रो जल्दी शुरू की जाए। -पूनम बघेल
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