लखनऊ कोरोना वायरस से देश हो या फिर दुनिया, बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लगातार सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। भारत में अबतक इस घातक वायरस से संक्रमित लोगों के 536 मामले सामने आ चुके हैं जबकि उत्तर प्रदेश में यह आंकड़ा 35 पर पहुंचा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वायरस के बढ़ते दुष्प्रभाव को देखते हुए पूरे देश को 21 दिनों के लिए लॉकडाउन कर दिया है। अब आइए यूपी के अलग-अलग जिलों पर एक नजर डालते हैं... प्रदेश में मंगलवार को कोरोना के चार नए पॉजिटिव केस चिह्नित किए गए। इनमें एक शामली जबकि तीन नोएडा के हैं। इसी के साथ प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव केस सबसे ज्यादा 11 नोएडा में हो गए हैं। प्रदेश में मंगलवार को कुल 72 मरीज हॉस्पिटल में भर्ती करवाए गए। पूरे प्रदेश में मंगलवार को कुल 138 सैंपलों की जांच की गई। केजीएमयू में 53 सैंपल जांचे गए, जिनमें 52 निगेटिव रहे। ...और कोरोना से हुए संक्रमित नोएडा के तीन पॉजिटिव केसों में दो सेक्टर-137 के एक दंपत्ती के हैं। यहां रहने वाला 47 वर्षीय शख्स निजी कंपनी में काम करता है। कुछ दिन पहले लंदन से एक टीम उससे मिलने आई थी। इससे वह संक्रमित हो गया। उसने अपनी पत्नी को भी संक्रमित कर दिया। तीसरा केस ग्रेटर नोएडा के 35 वर्षीय युवक का है। वह हाल में साउथ अफ्रीका की यात्रा करके आया था। इसके अलावा शामली में 33 वर्षीय युवक 15 मार्च को दुबई की यात्रा से लौटा था। पढ़ें: जरूरत पड़ने पर इन नंबर्स पर कॉल करें:
'जहां का हो केस, वहीं हो इलाज' उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) ने मंगलवार को कोरोना वायरस के संदिग्ध या पॉजिटिव मरीजों के इलाज को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। इसके तहत सभी जिलों के सीएमओ को पत्र लिखकर संदिग्ध या पॉजिटिव मरीज का अपने ही जिले में इलाज करवाने को कहा गया है। केजीएमयू प्रशासन ने कोरोना के किसी भी मरीज को एक से दूसरे जिले में न लाने को कहा है। केजीएमयू में हाल ही में लखीमपुर खीरी से एक कोरोना पॉजिटिव मरीज लाया गया था। देखें: '...तो बढ़ सकता है संक्रमण का खतरा'केजीएमयू के मेडिसिन विभाग के हेड डॉ. वीरेंद्र आतम ने पत्र जारी करते हुए कहा है कि कोरोना संदिग्ध की जांच के लिए जिले की सीएमओ टीम के माध्यम से सैंपल भेजा जाए। संक्रमण प्रमाणित होने पर टीम के माध्यम से वहीं के जिला अस्पताल में मरीज को भर्ती करवा इलाज किया जाए। सभी जगह इलाज का तरीका और सुविधाएं समान हैं। ऐसे में एक से दूसरी जगह लाने में और लोगों के चपेट में आने का खतरा रहता है। ऐसे में सरकार ने भी लाने पर प्रतिबंध लगाया है। '100 रुपये किलो बिका आटा'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से मंगलवार रात 21 दिनों का लॉकडाउन करने के निर्देश दिए जाने के बाद आनन-फानन लोग अपने घरों के नजदीक की दुकानों में राशन वगैरह लेने पहुंच गए। कई जगहों पर तो 100 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से आटा बेचा गया। डालीगंज निवासी विवेक ने बताया कि यहां दुकानों पर भीड़ इतनी बढ़ गई कि नोकझोंकी की नौबत तक आ गई। दुकानों पर देखते ही देखते सामान खत्म हो गया। यहां: बेवजह बाहर, फिर मुर्गा बने लोग उधर, कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन के बावजूद मंगलवार को लोग सड़कों पर नजर आए। ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस अब सख्त कार्रवाई कर रही है। कानपुर के चकेरी क्षेत्र में बेवजह घरों से बाहर टहलने वाले कुछ लोगों को मुर्गा बनाया गया तो कुछ लोगों से उठक-बैठक भी कराई गई। ऐसी ही तस्वीर लखीमपुर खीरी जिले से भी सामने आई। यहां पर भी बेवजह बाहर टहलने वाले लोगों से उठक-बैठक करा दी गई।
1. | खाद्य पदार्थ से जुड़ी समस्या के लिए | 0522-2622427 |
2. | पुलिस की मदद के लिए | 112 |
3. | टॉल फ्री किसी भी समस्या के लिए | 1800-180-5145 |
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