नाका के खुर्शेदबाग इलाके में हिंदूवादी नेता की 18 अक्टूबर को हत्या के मामले में चार अन्य लोगों को शनिवार को पूछताछ के लिए लाया गया है। एसआईटी, एटीएस और एसटीएफ इन लोगों की भूमिका के बारे में पता कर रही है। सूत्रों का कहना है कि जांच एजेंसियों को शक है कि इन लोगों ने कमलेश तिवारी के हत्यारोपितों की मदद की है। सूत्रों के मुताबिक कई अन्य लोगों से भी इस मामले में पूछताछ की जा सकती है। एक वॉट्सऐप ग्रुप पर जांच एजेंसियों की नजर पुलिस सूत्रों के मुताबिक, एक वॉट्सऐप ग्रुप पर जांच एजेंसियों की नजर है। इसके अलावा कुछ फेसबुक आईडी भी जांच के दायरे में हैं। सूत्रों के मुताबिक वॉट्सऐप ग्रुप पर संदिग्ध चैट होने की बात सामने आई है। पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि हत्यारोपित बरेली में जब एक दरगाह में पहुंचे थे, तो वहां कई अन्य लोग भी मौजूद थे। उन लोगों को पता चल गया था कि आरोपित कमलेश की हत्या करके पहुंचे हैं, लेकिन उन्होंने पुलिस को सूचना नहीं दी। उन लोगों के बारे में भी पता किया जा रहा है। एक मुस्लिम संगठन ने कमलेश की हत्या में शामिल लोगों की मदद की बात कही सोशल मीडिया पर एक संगठन के प्रतिनिधि मो. इदरीश का विडियो वायरल हो रहा है। उसका कहना है कि संगठन की ओर से उसे अशफाक और मोइनुद्दीन के परिवारीजनों से मिलने के लिए कहा गया था। उसने परिवारीजनों से मुलाकात की है। परिवारीजनों ने कानूनी मदद की मांग की है। इदरीश का कहना है कि उनका दिल्ली स्थित संगठन अशफाक, मोइनुद्दीन, रशीद, मोहसिन और फैजान की कानूनी स्तर पर मदद करेगा।
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