मुंबई रेलवे को जोड़ने वाले (आरओबी) और ब्रिज का भार कम करेगी। प्रशासन ने यह फैसला इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी बॉम्बे (आईआईटी-बी) द्वारा ब्रिज की सुरक्षा को लेकर दिए गए सुझाव के बाद लिया है। बीएमसी ब्रिज विभाग से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, पुलों पर लगे पुराने मैटेरियल को निकाल कर नए मैटेरियल लगाए जाएंगे जो न केवल पहले से हल्के होंगे बल्कि टिकाऊं भी होंगे। पुलों की सुरक्षा को लेकर आईआटी बॉम्बे द्वारा किए सर्वे में ये बात सामने आई थी कि कुछ पुलों पर जरूरत से अधिक भार है, जिसे कम करने की जरूरत है। अधिकारी ने बताया कि वजन कम करने का कार्य ब्रिज की रिपेयरिंग के तहत किया जाएगा। 16 ब्रिज का वजन कम करने के लिए 11.6 करोड़ रुपये का प्रस्ताव स्टैडिंग कमेटी जल्द लाया जाएगा। ये ब्रिज मध्य और पश्चिम रेलवे के तहत आते हैं। इसमें मुख्य रूप से भायखला रोड आरओबी,डायना आरओबी, ग्रांट रोड ब्रिज,चिंचपोकली आरओबी इत्यादि हैं। प्रस्ताव के अनुसार ब्रिज पर रोड निर्माण के लिए इस्तेमाल हुए डामर को बदलने से लेकर ऐसे मटेरियल का इस्तेमाल किया जाएगा, जो हल्का हो। बता दें कि पिछले साल अंधेरी स्थित गोखले ब्रिज हादसे के बाद आईआईटी ने मुंबई के 445 पुलों का सुरक्षा ऑडिट किया था। इसके तहत पुलों का वजन कम करने से लेकर कई तरह की मरम्मत का सुझाव दिया गया था।
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