Thursday, August 1, 2019

रामपुर को दूसरा कश्मीर बनाने की कोशिश: आजम

नई दिल्ली/लखनऊ उत्‍तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता और विवादों का चोली दामन का साथ रहा है। आजम खान इन दिनों रामपुर स्थित अपनी जौहर यूनिवर्सिटी से जुड़े विवाद को लेकर चर्चा में हैं। उनके ऊपर जमीन की चोरी से लेकर किताबों की चोरी तक के आरोप लग रहे हैं। पिछले दो दिनों से उनके बेटे अब्दुल्ला आजम और एसपी के कार्यकर्ता रामपुर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पेश है, इस हालिया विवाद पर एनबीटी से उनकी एक बातचीत: सवाल: जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर पहले जमीन चोरी का इल्जाम और फिर किताब चोरी का आरोप... क्या कहना चाहेंगे ? जवाब: मैं अगर किताब चोर हूं तो बहुत बड़े-बड़े लोगों ने किताबें चुराई हैं। किताब चोरी का लंबा इतिहास रहा है। नरेंद्र मोदी को चौकीदार चोर है कहा गया तो वह दोबारा पीएम बन गए। मुझे किताब चोर कहा जा रहा है। इस शब्द को अपने लिए बेहद सम्मान की बात मानता हूं। मैंने किताब चुराकर अगर यूनिवर्सिटी बनाई है तो मैं अपने मालिक से दुआ करूंगा कि यह आरोप मेरे साथ मेरी कब्र में जाए। आज जिस मदरसे की किताब चोरी की बात हो रही है, वह 60 साल पहले ही बंद हो चुका था। हमारी यूनिवर्सिटी कोई मदरसा नहीं, बल्कि मोस्ट अडवांस्ड इंस्टीट्यूट है। मैं वहां मदरसे की किताब में पढ़ाकर क्या करूंगा। मेरा कहना है, अगर मैंने कुछ गलत किया है तो कमीशन बैठाइए और देखिए कि मैंने क्या गलत किया है। सवाल: आप पर जमीन की चोरी का भी इल्जाम है... जवाब: हमारे ट्रस्ट ने एक यूनिवर्सिटी के लिए सैकड़ों एकड़ जमीन खरीदी। जो ट्रस्ट पैसा देकर सैकड़ों एकड़ जमीन खरीद सकता है, पौने 4 बीघा जमीन की चोरी करेगा। यह पौने 4 बीघा जमीन हम पहले ही खरीद चुके थे। यह पूरा मामला हमारे विरोधियों के कहने पर हमें ब्लैकमेल करने के लिए किया जा रहा है। ये लोग क्रिमिनल और ब्लैकमेलर हैं। मैं 1980 से वहां हूं। अगर चोरी की जमीन होती तो 3 साल के भीतर उसकी शिकायत होनी चाहिए थी। उसके बाद आप शिकायत कर ही नहीं सकते। अगर उसके बाद भी आप मामला बनाते हैं तो मामला सिविल का बनेगा, क्रिमिनल नहीं। फिर भी डीएम और एसपी साहब ने मिलकर मामला बनवाया। मुझे पहले भी ब्लैकमेल करने की कोशिश की गई। कोर्ट ने ब्लैकमेल करने वाले लोगों को फटकार लगाई और उनसे माफी मंगवाई। इन लोगों ने कोर्ट से कहा कि हमें बहका दिया गया था। सवाल: जैसा कि आपने कहा कि आपके साथ में सबकुछ जानबूझकर हो रहा है। आखिर क्यों? जवाब: मेरा लोकसभा चुनाव लड़ना और जीतना दो सरकारों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया। इसलिए रामपुर को 'दूसरा कश्मीर' बनाने की कोशिश हो रही है। इसके अलावा, रामपुर में अभी असेंबली के उपचुनाव होने हैं। क्या जुल्म और जबरदस्ती करके यह उपचुनाव जीत लेंगे। लोकसभा चुनाव जीत नहीं सके तो वहां के एसपी और डीएम ने इन्हें उपचुनाव जिताने का वादा किया है। मुझसे बीजेपी को फायदा होता है। अगर कोई इंसान धर्म और जाति की बुनियाद पर दूसरे इंसान से नफरत करता है तो गली का बीमार कुत्ता भी उससे अच्छा है। मेरे खिलाफ यह सब प्लांट किया जा रहा है। सवाल: यूनिवर्सिटी विवाद में आपके साथ आपके बेटे अब्दुल्ला भी मैदान में हैं... जवाब: बेशक, इस जुल्म के खिलाफ वह भी आवाज उठा रहे हैं। पिछले 24 घंटों में उसे दो बार हिरासत में लिया जा चुका है। वह बहादुर है। मेरे साथ भी लड़ेगा और मेरे बाद भी लड़ेगा। एक कमजोर आदमी दो सरकारों से लड़ रहा है। मैं पूछना चाहता हूं एक यूनिवर्सिटी को लूटकर, बर्बाद कर उन्हें क्या मिलेगा?


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