दूसरे सत्र में हिंदी की स्वैच्छिक वैश्विक संस्थाएं स्थिति और संभावनाएं पर व्यापक चर्चा हुई। दक्षिण अफ्रीका के हिंदी शिक्षा संघ की पूर्व अध्यक्ष मालती रामबली ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में 1948 में हिंदी शिक्षा संघ की स्थापना से पूर्व हिंदी शिक्षण मंदिरों में होता था।
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