मुंबई मुंबई में कोरोना वायरस से स्थिति भयावह होती जा रही है। इस वायरस की वजह से मुंबई में अब तक 219 लोगों की मौत हो चुकी है और कोरोना मरीजों की संख्या 5,589 पहुंच गई है। इस बीच तबलीगी जमात लिंक ने फिर से टेंशन बढ़ा दी है। दरअसल, जिन जमातियों को गिरफ्तार किया गया है, वे मुंबई के धारावी समेत कई इलाकों में घूमते पाए गए। ये सभी दिल्ली () के निजामुद्दीन मरकज में आयोजित हुई तबलीगी जमात () में शामिल हुए थे। इस मामले में मुंबई पुलिस ( police) ने सोमवार को 12 में 10 इंडोनेशिया () के नागरिकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। ये सभी दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में आयोजित हुई तबलीगी जमात शामिल होने के बाद सभी 23 मार्च को मुंबई पहुंचे थे। 12 में 2 जमाती कोरोना पॉजिटिवपुलिस ने बताया कि सभी 12 जमाती मुंबई आने के बाद पश्चिम ब्रांदा () के एक अपार्टमेंट में 29 मार्च से रह रहे थे । इनमें छह महिलाएं और छह पुरुष थे। पुलिस ने सभी को दबोचने के बाद एक होटल के क्वारंटाइन सेंटर में रखा था। 12 में दो जमाती कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। पॉजिटिव मिले दोनों जमातियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिनकी क्वारंटाइन अवधि 8 मई को पूरी होगी। 6 महिलाएं भी शामिल जो दस जमाती निगेटिव थे उन सभी की क्वारंटाइन अवधि पूरी होने के बाद फिर से जांच कराई गई। 23 अप्रैल को उनकी रिपोर्ट फिर निगेटिव आई, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि दस जमातियों में छह महिलाएं हैं। बता दें कि जमातियों में 13 नए कोरोना केस मिलने के बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या 288 तक पहुंच गई है। धारावी की एक मस्जिद भी पहुंचे थे जमाती पुलिस को पूछताछ में पता चला कि मुंबई आने के बाद सभी जमाती यहां-वहां घूमते रहे। उन लोगों ने लॉकडाउन का भी पालन नहीं किया। यहां तक की लॉकडाउन के दौरान भी वे धारावी की एक मस्जिद में गए थे। पुलिस ने बताया कि हमें यह पता चला कि वे दो जत्थे में 29 फरवरी और तीन मार्च को भारत आए थे और बाद में जलसे में शामिल होने के लिए मरकज पहुंचे। ये विदेशी नागरिक 7 मार्च को मुंबई पहुंचे और 29 मार्च को अपार्टमेंट में रहने लगे। इसका मतलब यह हुआ कि वह 22 दिन तक घूमते रहे। फ्लैट देने वाले की तलाश पुलिस ने बताया कि सभी के खिलाफ आईपीसी की गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। अब वे लोग उसकी तलाश कर रहे हैं, जिसने इन आरोपियों को बांद्रा में रहने के लिए फ्लैट दिया था। जमातियों को कोर्ट के सामने पेश किया गया, जिसके बाद बांद्रा पुलिस को उनकी कस्टडी दे दी गई। कोर्ट ने अगले आदेश तक सभी को भारत न छोड़ने का आदेश दिया है। सभी के पासपोर्ट भी पुलिस ने जब्त कर लिए हैं। भारत में कोरोना का पहला मामला कब और किस राज्य में सामने आया?भारत में कोरोना संक्रमण का पहला मामला 30 जनवरी को केरल में सामने आया था। चीन के वुहान यूनिवर्सिटी से लौटे एक छात्र में कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए थे। भारत में कोरोना वायरस से पहली मौत कब और कहां हुई?भारत में कोरोना वायरस से पहली मौत 12 मार्च को हुई। कर्नाटक के कलबुर्गी में सऊदी अरब से लौट 76 साल के शख्स भारत में इस वायरस के पहले शिकार बने।
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