उत्तर प्रदेश के लखनऊ में अपनी मां और भाई को गोली मारने वाली किशोरी के लिए उसके पिता मजबूत सहारा बने हैं। मानसिक रूप से बीमार बेटी ने जब अपनी मां और भाई को गोली मारी तो पिता दिल्ली में थे। आते ही रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी पिता ने बेटी को अपने गले लगा लिया। 29 अगस्त को जिस दिन यह वारदात हुई, उस दिन पिता एसडी बाजपेई का जन्मदिन था। वह वापस आकर परिवार के साथ अपना बर्थडे सेलिब्रेशन करने की योजना बना रहे थे। घटना के बाद कोई भी रिश्तेदार को समझ नहीं आ रहा था कि वापस आकर पिता किस तरह प्रतिक्रिया देंगे। बेटी और पिता एक दूसरे का कैसे सामना करेंगे। हर कोई पिता और बेटी को देखकर हुआ भावुक वह जैसे ही लखनऊ पहुंचे उन्होंने आत्मनियंत्रण किया और बेटी के प्रति प्यार दर्शाया। आते ही उन्होंने बेटी को गले लगा लिया। उसे इस बात का एहसास नहीं होने दिया कि कि उसने इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। उनके बेटी जो घटना के बाद से शांत थी, किसी से कुछ बात नहीं कर रही थी, पिता को देखते ही उनसे चिपक गई। रातभर गाती बजाती रही बेटी, पिता बढ़ाते रहे उत्साह पिता और बेटी को इस तरह देखकर वहां मौजूद हर कोई भावुक हो गया। दोनों ने पूरी रात एक साथ गुजारी। इस दौरान उन्होंने बहुत कम बात की लेकिन पिता बेटी को पियानो बजाने और गाने के लिए उत्साहित करते रहे। बेटी अपने पसंदीदा गाने गाती रही।
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