Sunday, February 2, 2020

रणजीत मर्डर: संदिग्‍ध हमलावरों की फोटो जारी

लखनऊ यूपी की राजधानी लखनऊ में हिंदूवादी नेता और के अध्यक्ष रणजीत बच्चन की हत्या के मामले में पुलिस ने रविवार शाम दो संदिग्ध हमलावरों का सीसीटीवी फुटेज जारी की है। पुलिस ने आरोपियों के संबंध में जानकारी देने वाले को 50 हजार रुपये इनाम देने का ऐलान किया है। पुलिस ने हत्याकांड के खुलासे के लिए फिलहाल 8 टीमें लगाई हैं। उधर, मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में चौकी इंचार्ज समेत चार पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया गया है। संदिग्ध हमलावरों के बारे में सूचना मोबाइल नंबर 9454400137 पर या मेल आईडी cplkw137@gmail.com पर दी जा सकती है। लखनऊ के संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) नवीन अरोड़ा ने बताया कि 'रणजीत बच्चन ओसीआर बिल्डिंग में अपने एक फ्लैट में रहते थे, जो उन्हें समाजवादी पार्टी के कार्यकाल के दौरान आवंटित किया गया था। रविवार को अपने भाई आदित्य के साथ ग्लोब पार्क के पास मॉर्निंग वॉक पर निकले थे। घटना में घायल उनके भाई ने पूछताछ में बताया कि पीछे से दो लोग कार से आए। इस बीच एक शख्स, जिसने मुंह पर शॉल डाल रखी थी, ने पीछे से आकर पिस्टल लगाई और फोन छीनने लगा। हमने विरोध किया तो उसने गोली मार दी और फरार हो गया। हमलावर अपने साथ दोनों मोबाइल भी ले गया।' पत्नी से विवाद, गोरखपुर में पत्नी ने दी थी तहरीर जेसीपी अरोड़ा ने बताया, 'हादसे में रणजीत की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि आदित्य के हाथ में चोट आई है। हमारी जानकारी में आया है कि रणजीत का अपनी पत्नी से भी विवाद था और इनकी पत्नी ने गोरखपुर में इनके खिलाफ महिला थाने में तहरीर भी दी थी। फिलहाल हम मामले की हर ऐंगल से जांच कर रहे हैं। क्राइम और सर्विलांस सेल को मिलाकर कुल आठ टीमें जांच में लगाई गई हैं।' रणजीत पर साली ने लगाया था रेप का आरोप बात साल 2017 की है। साली ने गोरखपुर के शाहपुर थाना में रणजीत बच्चन के खिलाफ छेड़खानी और मारपीट का केस दर्ज कराया। मैजिस्ट्रेट के सामने दफा 164 के बयान में साली ने रेप का जिक्र किया तो धारा 376 भी लग गई। तब वह भेड़ियागढ़ में ही किराये के मकान में रहता था। ससुराल भी घर के सामने ही थी। तब से वह पुलिस रेकॉर्ड में ‘फरार’ चल रहा है। पुलिस ने रेप के इस मामले में आरोप पत्र भी अदालत में दाखिल कर दिया है। पकड़ में नहीं आने पर 2018 में ही पुलिस ने पतरका गांव वाले शेडनुमा मकान पर कुर्की की नोटिस भी चस्पा की। अब कुर्की का आदेश भी होने वाला था। हत्या पर विपक्ष हुआ हमलावर बता दें कि बीते कुछ महीनों में राजधानी लखनऊ में यह दूसरे हिंदूवादी नेता की हत्या है। इससे पहले बीते साल हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने इस घटना को लेकर कहा कि अब यूपी को हत्या के लिए जाना जाने लगा है। मुख्यमंत्री कानून व्यवस्था नहीं संभाल पा रहे हैं। वह सिर्फ भाषणमंत्री बनकर रह गए हैं।


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